सोमवार, 4 मई 2020

नेपाल एक सुन्दर देश

नेपाल एक सुन्दर देश

Nepal
हिमालय के गोध मे वसा एक छोठा सा देश नेपाल जो चाईना और ईन्डिया के वीच मे है ये देश पुरी तरह से लेन्डलाक है उत्तर कि और चिन हे तो दक्षिण, पूर्व, पश्चिम इन्डिया ने घेरा हुवा है इस देश मै कोइ भि समुन्द्र ना होने के बाबुजुद भि ये देश पानी के मामलो मै सबसे बढि पानी पाए जाने वाले देशो मे से गिना जाति हे माता सिताका जन्म भि नेपाल मै हुवा है, एसिया का सितारे भगवान गौतम बुद्ध का जन्म भि नेपाल मै हुवा है, युनेस्को के विश्वो धरोहर के सूचि मे सूचिकृत पशुपतिनाथ शिवजीका मन्दिर जो हिन्दु भक्तओ के आस्था के प्रतिक है जो नेपाल मै है, विश्वो के सबसा उचा हिमालय (सगरमाथा) भि नेपाल मै हे, ऐसा कहि सारी चिजे नेपाल से जुटे हुए है खैर नेपाल के इतिहास कि तरफ देखा जाए तो ये देश सबसे पहेले नेपाल के नाम से नहि जानि जाति थि यहा पर कई सारे राज्यो कि टुकडी थि जैसा कि बुढासुब्बा राज्य, लम्जुङ, गोर्खा, नुवाकोट, तनहु, मकवानपुर, पाल्पा, भक्तपुर, किर्तीपुर, काठमाडौं, पाटन दरबार जैसा कहि सारे राज्य थे ये सभि राज्योको एक आपस मै समेट के नेपाल का निर्माण हुवा है जिस्का किरदार श्री पृथ्वी नारायण शाह को जाता है उसने हि नेपाल के छोटा बटा राज्यो को एक साथ जोडने का महत्वपूर्ण भूमिका निभाया है । 

सुन्दर नेपाल यहाका भूबनावट हिमाल, पहाड और तराई ये तीन तरह से बनी हे आज के दिन मे लगभग २.५ करोड जनसंख्या है नेपाल मे क्षेत्र और स्थान के अनुसार यहा के लोगका वर्णन किया हुवा है जैसेकी हिमाली भेग जो हिमाल क्षेत्र मे हे वहा पर शेर्पा, गुरुङ, तामाङ जातिका मुलवासी है तो पहाडि भेगका मुलवासी राई, लिम्बु, मगर, नेवार, ब्राह्मण, क्षेत्री जैसा लोग है और चौधरी, शाह, यादव, धिमाल जैसा समथल भेगका मुलवासी है वैसे तो और भि बहुत जाति है जो सबि जगह पर पाए जाति है । 

नेपाली लोग धार्मिक, अपनि सांस्कृतिक पर बहुत आस्था राख्ते है । बहुत जातजाति होने के कारण अपने अपने धर्म से अपने अपने भगवानको पुजते हे अपने अपने भाषा है जैसेकि शेर्पा लोगका अपने खुदका भाषा है, राईका अपना, नेवार, तामाङ जैसा बुहत सा जाति है  सभिका अपना अपना भाषा है लेकिन अपना मातृ भाषा नेपाली हि है यहा पर करिब १२० भाषा बोलि जाति है नेपाल एक हिन्दु देश थे लेकिन जब यहा के जन्ता ने राजाको हटाकर देश मे लोकतन्त्रका स्थापना किया और देशको धर्मनिरुपेक्ष देशमै घोषित किया ईस तरह से यहा पर जो कोहि भि अपने धर्म और जो कोहि भि धर्म अंगल सक्ते है जैसा कि इस्लाम, हिन्दु, बौद्ध, क्रियच्यन इस पर कोई पावन्दि नहि है पहेले राजतन्त्रके समय बस हिन्दु धर्म हि मान सक्ते थे दुसरी धर्म मान्ने पर उसको जेल जाना पडता था लेकिन अब वैसा समय नहि है ।

जय नेपाल



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